क्यों प्रतिशत को 100 में ही व्यक्त किया जाता है? कोई अन्य संख्या 50 या 200 के रूप क्यों नहीं?
प्रतिशत का शाब्दिक अर्थ ही होता है प्रत्येक 100 पर इसलिए प्रतिशत को 100 से प्रदर्शित किया जाता है । एक अंतर्राष्ट्रीय मानक पद्धति है किंतु ऐसा नहीं है कि 100 पर ही किसी बात को प्रदर्शित किया जाता हो ।
ज्योतिष पंचांगों में वर्षा का अनुमान प्रतिशत में ना होकर बीसवा पर किया जाता है अर्थात प्रत्येक 20 पर । यदि 4 बीसवा कहां जाए तो इसका अर्थ 20 पर 4 होगा ।
हमारे क्षेत्र के आंचलिक भाषा में "आना" पर अनुमान किया जाता है एक रुपए में सोलह "आना" होते हैं इस आधार पर भाग को प्रदर्शित किया जाता है । जैसे चार आना होने की संभावना कहीं जाए तो 16 पर 4 अर्थात 25% ।
जनसंख्या में लिंग अनुपात को प्रति हजार पर व्यक्त किया जाता है ।
इस प्रकार 100 की ही बाध्यता है ऐसा नहीं है ।
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